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Atomic Habits Hindi Summary- James Clear

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credit :  jamesclear.com आप यहाँ से इस book को purchase कर सकते हैं –  यहाँ क्लिक करें Book Summary एक line summary –  Atomic Habits , एक step by step process है जिसमें आप सीखेंगे की अच्छी आदतों को अपनी life में हमेशा के लिए कैसे बरकरार रख सकते है। और बुरी आदतों को कैसे हमेशा के लिए हटा सकते हैं. पढ़ने में कितना time लगेगा?  – सिर्फ 5 minutes . किताब का Best Quote : ” The Ultimate purpose of habits is to solve the problems of life with as little energy and effort as possible.” क्या आप रोज़ सुबह जल्दी उठने की आदत बनाना चाहते हो ? क्या आप अपनी smoking या शराब पीने की आदत को छोड़ना चाहते हो ? क्या आपको रोज़ 30 minutes के लिए किताब पढ़ने की आदत डालनी है ? अगर ये सभी या कोई और आदतें जो आप चाहते है आपमें होनी चहिये , तो ये book आप ही के लिए बनी है। Author –   James Clear   कहते हैं ,की अपने motivation के reason से अच्छी आदतों को आप बना जरूर लेंगे , पर 1 या 2 दिन , या कुछ हफ़्तों के बाद आप फिर पुरानी आदतों पर वापस आ जाओगे। लेकिन अगर आपक...

बुद्धिज्म ही भारतीय संस्कृति की मुख्य लोकधारा -- भाग 1 लेखक--संदीप जावले

बुद्धिज्म ही भारतीय संस्कृति की मुख्य लोकधारा -- भाग 1 लेखक--संदीप जावले ________________________ मानव जीवन को सुखी व संपन्न बनाने के लिए स्वतंत्रता, समता, बंधुत्व,न्याय, नीति, वैज्ञानिकता, नैतिकता इत्यादि मूल्यों की नितांत आवश्यकता है इस पर आज करीब करीब सभी लोगों को विश्वास हो गया है इन मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण विचारधारा और इस विचारधारा से ओत-प्रोत संस्कृति ही मानव विकास के मार्ग के क्रियाकलाप की  सतत मुख्यधारा रही है। आज मानव समाज का जो कुछ भी विकास हुआ दिख रहा है वह इसी विचारधारा के कारण घटित हुआ है यही वस्तुस्थिति है,इन मानवीय मूल्यों व विचारधारा पर सतत  बारंबार आक्रमण व आघात होते आया है फिर भी समाज में इन्हीं मूल्यों को स्थापित करने का सतत प्रयास करना आवश्यक है यह स्पष्ट है। वास्तव में ऐसे प्रयत्न पूर्वकाल से ही किए जा रहे हैं अथवा भारत में ऐसे प्रयत्नों की भव्य परंपरा रही है,आज जो लोग स्वतंत्रता,समता, बंधुत्व,न्याय, नैतिकता, वैज्ञानिकता आदि मूल्यों का उद्घोष करते हैं, मानव जीवन के चतुर्मुखी उत्थान के लिए यही मूल्य आवश्यक हैं ऐसा मानते हैं और इन मूल्यों पर आधारित...

अद्भुत गधा.....!

अद्भुत गधा.....! एक व्यक्ति बाजार में आवाज़ लगा रहा था। गधा ले लो... 5,00,000 रुपये में गधा ले लो !! गधा बहुत ही कमजोर था। वहाँ से एक राजा का अपने मंत्रियों  के साथ गुजरना  हुआ !! राजा अपने कुछ मंत्रियों के साथ गधे के पास आया और कड़कती आवाज मे पूछा कि कितने में बेच रहे हो?उसने कहा साहेब पाँच लाख रुपये का, राजा हैरान होते हुए, इतना महंगा? ऐसा क्या खास है इसमें? वो व्यक्ति कहने लगा... साहेब जो इस पर बैठता है उसे भगवान /अल्लाह का दरबार दिखाई देने लगता है। राजा को विश्वास नहीं हुआ वो कहने लगा: अगर तुम्हारी बात सच हुई तो हम इसे एक करोड़ रुपये का खरीद लेंगे, लेकिन अगर तुम्हारी बात झूठ हुई तो तुम्हारा सर क़लम कर दिया जायेगा, साथ ही अपने एक खास मंत्री से कहा कि इस पर बैठो और बताओ कि क्या दिखता है? जब मंत्री बैठने लगा तो गधे वाले ने कहा: श्रीमान जी जरा होशियार! भगवान का दरबार किसी अपवित्र आदमी को दिखाई नहीं देता। मंत्री: हम अपवित्र नहीं हैं, हटो सामने से। मंत्री यह कहकर गधे पर बैठ गया लेकिन उसे कुछ नहीं दिखा। अब वह यह सोचने लगता है कि अगर सच कह दिया तो बहुत बदनामी होगी और ...