एक अमीर आदमी और उसके बेटे को कला की rare paintings collect करने का शौक था. उनके collection में Picaso से लेकरRaphael तक सब कुछ था. वे दोनों अक्सर साथ बैठकर कला के महान कार्यों की तारीफ करते थे.जब वियतनाम विवाद हुआ तो बेटे को युद्ध के लिए जाना पड़ा. युद्ध में एक अन्य सैनिक की जान बचाते हुए वो युद्ध में मारा गया. पिता को मौत की सूचना मिलने के बाद वो दुख में डूब गया था. लगभग एक महीने बाद, क्रिसमस से ठीक पहले, दरवाजे पर दस्तक हुई. एक जवान आदमी अपने हाथों में package के साथ दरवाजे पर खड़ा था. उसने कहा, “महोदय, आप मुझे नहीं जानते, लेकिन मैं एक सैनिक हूं और वही इन्सान हूँ जिसके लिए आपके बेटा अपना जीवन खो बैठा. वो अक्सर आपके और कला के प्रति जो आपका प्यार है उसके बारे में बात किया करते थे. सैनिक ने package बुजुर्ग को सौपते हुए कहा, “मुझे पता है की मैं एक महान कलाकार नहीं हूं”, पिता ने वो package खोला उसमे उनके बेटे एक painting थी जो सैनिक ने बनाया था. अपने बेटे की painting देखते ही पिता की आंखों में आँसू आ गए. उन्होंने जवान आदमी को धन्यवाद दिया और painting के लिए उसे भुगतान ...