# Instant_Love_Story मेरठ की एक बड़ी सी गली में भले छोटा ही सही मगर सुंदर सा घर है अर्जुन का और जितना सादा वो खुद है उतने सादे उसके सपने भी हैं एक अच्छी नौकरी, एक छोटा सा प्यार सा परिवार, माता पिता,धर्मपत्नी और बच्चे...! फिलहाल वो कुंवारा है..!! और सयोंग से आज एक लड़की भी देखने जा रहा है। मन व्यथित है, हजारों सवालों से घिरा हुआ , सकुंचया हुआ कहीं न कहीं मन ही मन खुश भी बहोत है। ................... अब जरा चलते हैं मिष्ठी की तरफ, मिष्ठी वैसे मन से तो अपने नाम जैसी ही है मगर जीभ से नीम के पत्ते से कम नहीं है, हाँ वो दिल की बुरी नही है पर जो दिल में है वो साफ ज़ुबान पर रख देती है..मिष्ठी के सपने थोड़े से... ज्यादा नहीं.. पर थोड़े बड़े हैं अर्जुन से । एक बड़ा सा घर , एक खुशहाल परिवार अब भाईसाहब शादी को लेके जरा अलग मायने हैं इनके आज फिर ये घर से निकलते समय अपनी माता से बहस करके चल पड़ी कि क्या मिलेगा शादी करके... सारे मर्द एक जैसे होते हैं.... रास्ते में सफर में उसे याद आने लगा कि कैसे उसके पिता उसे औऱ उसकी मां और छोटी बहन को छोड़ कर अपने अलग रास्ते प...