Inner Engineering - सद्गुरू Book Reviews
 नमस्कार साथियों ....!!! class="separator" style="clear: both; text-align: center;">मैं धीरज आपके समक्ष आज सद्गुरु जी द्वारा लिखित Inner Engineering किताब की समीक्षा आप सब के सामने रखने वाला हूं... मैंने आप सब के लिए पाठक दिलीप जी का रिव्यू आपके साथ साझा कर रहा हूं.... Review Points:- Dilip Thadhani ...'don't judge a book by its cover' सीरीज की ही किताब है ये... कवर पेज और लेखक का नाम शायद धार्मिक पूर्वाग्रहों से भर दे... पर ऐसी किताब है नहीं... किताब की प्रस्तावना ही 'दो अक्षरों का एक बदनाम शब्द' से लिखी गई है... लेखक 'सदगुरू' स्वीकारते हैं कि 'गुरु' शब्द पिछले कुछ दशकों के सबसे बदनाम शब्दों में शामिल है... यहाँ तक कि यह शब्द अब अपने अर्थ 'अंधेरे को दूर करने वाला' को खोने लगा है, विस्मृत करने लगा है... कवर से किताब ब्रम्हमुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर ध्यान लगाने जैसे उपदेशों से भरी हुई लग सकती है... और हाँ, थोड़ी-सी ऐसी है भी... लेकिन बिना किसी उपन्यास या लम्बी कहानी की तरह पात्रों के माध्यम ...